
26 जुलाई 1999 वही गौरवमय दिन है जिस दिन भारत ने कारगिल युद्ध में पाकिस्तानी सेना को धूल चटाई थी , भारत ने ऑपरेशन विजय चलाकर पाकिस्तान को तगड़ी मात दी थी । भारत के वीर जवानों ने drass , batalik, turtuk आदि सभी चोटियों और क्षेत्रों को दुबारा हासिल कर लिया था ।
परवेज़ मुशर्रफ था इस युद्ध का villain

भारत और पाक दोनों न्यूक्लियर देश बन गये थे और जब २ न्यूक्लियर देशों के बीच युद्ध होता है तो यह बहुत ख़तरनाक परिणाम ला सकता है , इसको देखते हुए 21 फ़रवरी 1999 में भारत पाकिस्तान के बीच लाहौर समझौता हुआ था जिससे दोनों देशों में शांति बनी रहे , लेकिन पाकिस्तान ने आदत के अनुसार घुसपैठ और हमले करके युद्ध के हालात पैदा कर दिये ।
नवाज़ शरीफ 1971 और 1984 की हार को भूल नहीं पा रहा था , इन युद्धों में पाक की बहुत करारी हार हुई थी , जिसका बदला लेने की तैयारी नवाज़ शरीफ कर रहा था । नवाज़ शरीफ ने ऑपरेशन बद्र चलाया था , जिसके चलते पाक सेना ने भारत की कई मुख्य क्षेत्रों तुर्तुक गाँव वैली , काकसार गाँव के क्षेत्र, द्रास हिल्स और बटालिक रेंज आदि पर अपना क़ब्ज़ा कर लिया था ।

कारगिल का युद्ध
पाकिस्तान के लगातार हमलों को देखते हुए भारत ने जवाबी कार्यवाही शुरू की , भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन विजय’ चलाया और अपने सभी महत्वपूर्ण शिखर और क्षेत्र वापिस ले लिए ।
भारतीय वायु सेना ने ‘ऑपरेशन सफ़ेद सागर’ चलाया और ऑपरेशन विजय को सफल बनाने में पूरा योगदान दिया ।सेना को ज़रूरी सामान पहुँचाने से लेकर,एयर स्ट्राइक करके दुश्मन सेना को खदेड़ने का ज़रूरी काम भारतीय वायु सेना ने सफलता पूर्वक किया ।
इधर नौसेना ने ‘ऑपरेशन तलवार’ चलाकर पाकिस्तान पर मानसिक दबाव बनाने का काम किया , पाकिस्तान ने जब खुदको 3 तरफ़ से घिरा हुआ पाया तब उसने भारत के सामने घुटने टेक दिये और एक बार फिर भारत ने जीत के झंडे गाड़ दिये ।
26 जुलाई 1999 को कारगिल विजय के रूप में स्थापित कर दिया गया , यह दिन भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखा गया । भारत के वीर जवानों को सलाम जिन्होंने देश के लिए अपने जान की बाज़ी लगा दी ।
